तीन सवाल | akbar birbal stories in hindi with pictures | hindi moral stories
एक समय की बात है बादशाह अकबर के दरबार में सब जानते थे कि बादशाह अकबर के दरबार में बीरबल अकबर के सब ज्यादा भरोसेमंद और बुद्धिमान दरबारी थे और इसलिए कई दरबारी बीरबल से जलते थे इसी बात को लेकर एक दिन बादशाह के साले मानसिंह थोड़े परेशान थे वह अपने कमरे में इधर-उधर घूम रहे थे और गहरी चिंता में डूबे थे तभी मानसिंह की बहन वहां आई और मानसून को परेशान देखकर उनसे बोली क्या बात है भैया आप बहुत परेशान लग रहे हैं मानसिंह बोलते हैं कि बीरबल को दरबार में सबसे अकल मंद समझा जाता है जिसके सामने हम कुछ नहीं यह सोचकर एक दिन बादशाह की बेगम बैठे बातें कर रहे थे तो रानी ने शहंशाह से कहा कि आप के दरबार में बीरबल से भी ज्यादा बुद्धिमान दरबारी है आप उनसे सलाम शिवरात्रि नहीं करते और मेरे भाई मान सिंह भी आपके भरोसे योग है आप उनसे बात क्यों नहीं करते तभी बादशाह कहती है ठीक है हम कलेही मानसिंह को बीरबल की बुद्धि का परिचय लेने को कहते हैं और अगर बीरबल उस में असफल रहा तो हम बीरबल को अपने दरबार से निकाल देंगे और मानसिंह को अपना दरबारी बना लेंगे
और अगले दिन बादशाह अकबर ने बीरबल और मानसिंह को दरबार में बुलाया बीरबल बोलते हैं जी जहांपना बादशाह अकबर बीरबल को बताते हैं कि हमारे साले साहब मानसिंह के तीन सवाल है जिसका उत्तर हमें लगता है तुम दे सकते हो और बीरबल कहता है मानसिंह के वो तीन सवाल क्या है तो मान सिंह बोलते हैं मेरा पहला सवाल और मानसिंह बोलता है मेरा पहला सवाल आसमान में कितने तारे हैं क्या आप बता सकते हैं और मानसिंह का सवाल सुनकर जो दरबारी बीरबल से जलते थे उनके चेहरे पर खुशी आ गई बीरबल कहते हैं इस सवाल का जवाब तो बहुत ही आसान है मान सिंह जी इसके लिए आपको मेरे साथ बाहर आना पड़ेगा और बीरबल सबको महल के बाहर ले गए जहां जहां पर बीरबल एक गाने बालों वाली भेड़ के पास ले गए और बीरबल कहते हैं जितने बाल इस भेड़ पर है उतने ही आसमान में तारे हैं अगर आप चाहें आप इस भेड़ के बाल और तारे गिन सकते हैं बीरबल का यह अनोखा सवाल सुनकर सब हैरान हो जाते हैं तो मानसिंह सोच में पड़ जाते हैं और मानसिंह घबराते हुए बोलते हैं जी शहंशाह बीरबल जी सही बोल रहे हैं और मान सिंह जी बोलते हैं हमारा दूसरा सवाल बताइए इस धरती का केंद्र कहां है बीरबल कहते हैं इस धरती का केंद्र तो आप ही है
मान सिंह जी कहते हैं कि क्या मतलब फिर बीरबल ने यहां पर मानसिंह खड़े थे वहां पर एक रेखा खींच दी
फिर उन्होंने वहां पर एक लोहे की छड़ी गार्ड दी और बोले यह लीजिए मानसिंह यह रहा धरती का केंद्र अगर आपने उसे किसी को मेरी बात पर यकीन नहीं है तो वह इसे नाप सकता है अकबर ने मुस्कुराकर फिर से मानसिंह से पूछा मान सिंह क्या यह ठीक है मानसिंह ने कहा नहीं नहीं जहांपनाह बीरबल जी शायद ठीक है बोल रहे होंगे तभी बीरबल बोले मान सिंह जी आपका अगला सवाल क्या है तभी मानसिंह बोलता है इस बार मेरा सवाल एक पहेली है तो बताइए बीरबल जी एक परखा हैं सुंदर मुहूर्त जो देखें वह उसकी सूरत फिक्र पहेली पाई ना वह जान लगा आईना बताइए क्या फिर बीरबल उससे पहले के बारे में सोचने लगे फिर बीरबल ने कहा यह तो बहुत आसान पहेली थी मान सिंह जी जिसका जवाब आपने खुद ही दे दिया तो अकबर बादशाह बोलने लगे बताओ बीरबल क्या उत्तर है इसका बीरबल बोला शहंशाह इसका जवाब है आईना आईने में खड़ा इंसान उसे की मुहूर्त है और वह सुंदर है तो हुआ ना उत्तर आईना और बीरबल ने बड़े ही चतुराई से मान सिंह के सभी सवालों का जवाब दिया जैसे बादशाह अकबर बहुत खुश हुए
Very nice post ... Read more Akbar Birbal stories in hindi
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