हनीमून पर चुड़ैल | Hindi horror stories
राम और रानी नया शादीशुदा जोड़ा था अपना हनीमून के लिए शिमला जाते है और रहने के लिए एक होटल में कमरा बुक करते हैं फिर दोनों घूमने चले जाते हैं घूमते घूमते रानी एक गुफा की ओर चली जाती जहां से अजीब अजीब सी आवाज आती है रानी आवाज सुनकर उस गुफा के अंदर चली जाती है जहां पर एक बरसों पुरानी आत्मा रहती थी जिसे नई नई शादी शुदा लड़कियां बहुत पसंद थी जैसे ही रानी आवाज सुनकर और अंदर चली जाती है तो वह आत्मा रानी के जिसे में घुस जाती है इतने में ही रानी का पति रानी को ढूंढते ढूंढते हैं उस गुफा में आ जाता है फिर दोनों रात होने पर उस होटल के रूम में आ जाते हैं और फिर दोनों नीचे डिनर के लिए चले जाते हैं रानी कहती है कि आज मैं चिकन खाऊंगी यह बात सुनकर राम घर जाता है क्योंकि रानी को शाकाहारी होती है और रानी को ऐसे मांस खाते हुए देखकर राम और भी डर जाता है राम इस तरह रानी को मास का तो वह देख कर समझ नहीं पाता कि यह क्या हो रहा है फिर दोनों डिनर करके अपने रूम में वापस आ जाते हैं फिर रानी अच्छे से बेड पर लेट जाती है ताकि राम को कोई शक ना हो मगर राम रानी की खाने की बात वही उसके दिमाग में चल रही होती है और मैं डरा हुआ होता है और कुछ समझे नहीं पता और मैं उसके बारे में सोचता रहता है राम कहता है कि मैं यही सोफे पर सो जाता हूं तुम बेड पर सो जाओ फिर रानी लाइट बंद कर कर सो जाती है और दाम भी सोने की कोशिश कर रहा होता है फिर आधी रात बीतने पर डरावनी डरावनी आवाजें आने लगती है आवाजें सुनकर राम की हालत खराब हो जाती है और जैसे ही राम कमरे की लाइट चलाता है तो वहां पर रानी नहीं होती है राम रानी को ढूंढने के लिए बाथरूम का गेट खटखटा था है
राम को डराने के लिए आवाज और भी जोर जोर से आने लगती है हा हा हा हा हा हा...... फिर जैसे ही राम पीछे मुड़कर देखता है तो उसकी आंखें फटी की फटी रह जाती है रानी अपने हाथों के बल उल्टा चल रही होती है रानी के मुंह पर खून ही खून लगा होता है बुरी आत्मा रानी के जिस्म पर पूरी तरह से कब्जा कर लेती है और अपना पूरा रूप दिखाती है रामजी देख कर डर जाता है और रानी को कहता है कि ऐसा मत करो मुझे डर लग रहा है प्लीज सीधी हो जाऊं जय मां सुनकर रानी के अंदर की आत्मा बोलती है कि मैं तो बिल्कुल सीधी सादी हूं और तुम्हें भी ऐसा बना दूंगी एकदम सीधा और यह बोलकर रानी दीवार के ऊपर चिपक जाती है यह सब देखकर राम एकदम हक्का-बक्का रह जाता है और वहां से भाग जाता है
और जोर जोर से कहता है बजाओ बजाओ मेरी पत्नी चुड़ैल बन गई है और राम भागने लगता है राम को भागता देख रानी भी उसके पीछे पीछे चली आती है राम भागते भागते होटल के बाहर सड़क पर चला आता है बाहर एकदम सन्नाटा छाया होता है और बाहर बर्फ गिर गई होती है और तेज तेज हवाएं चल रही होती है और राम भागते भागते उसे खूनी आत्मा की गुफा में चला जाता है और एक बड़े से पत्थर के पीछे छिप जाता है और इतने में ही राम के पीछे पीछे रानी भी वहां पर आ जाती है और रानी के अंदर बुरी आत्मा कहती है बाहर आ कहां पर छुप कर बैठा है मगर राम डर के मारे वहां पर ही बैठा रहता और रानी अचानक उड़ने लगती है और उसी जगह पर जाकर
चिपका जाती है जहां पर राम बैठा होता है फिर राम उससे पूछता है कि मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है जो तुम मुझे मारना चाहती हो फिर वह बुरी आत्मा और अपने बारे में बताती है कि मेरी भी नई नई शादी हुई थी और मेरे पति ने पैसों की लालच के लिए मुझे शिमला हनीमून पर लॉकर इस गुफा में मार डाला था और मुझे तब से उससे बदला लेना है तभी राम उसे कहता है की जिस तरह की भी सहायता तुम मुझसे चाहती हो मैं तुम्हारी सहायता करूंगा मगर तुम हम दोनों को छोड़ दोगे आत्मा कहती है कि मुझे मोक्ष चाहिए जो कि मेरा बदला पूरा होने के बाद ही मुझे मिलेगा फिर राम कहता है ठीक है मुझे अपने पति की फोटो दिखाओ और एक हफ्ते का वक्त दो मैं तुम्हारी मदद करूंगा
फिर रानी के अंदर घुसी आत्मा अपने पति की फोटो राम को देती है और राम उसके पति की तलाश में निकल जाता है फिर एक दिन राम उसके पति को ढूंढ कर बड़ी मुश्किलों से उसे उसी गुफा में ले जाता है और उस दिन अमावस्या की रात होती है पूरे बादल काले होते हैं तेज हवाएं चलने लगती है और जोर से बारिश होने लगती है तभी रानी के अंदर घुसी आत्मा अपने भयंकर रूप में बाहर आ जाती है और वह छत पर उल्टा चलने लगती है और इतने में बुरी आत्मा का पति राम से कहता है कि यह मुझे कहां ले आई इतने में ही राम उसे कहता है तुम बिल्कुल सही जगह पर आए हो जरा पीछे मुड़कर देखो बुरी आत्मा का पति जैसे ही पीछे मुड़कर देखता है एकदम से डर जाता है
तभी वह खूनी आत्मा रानी का जिस्म छोड़कर अपने असली रूप में आ जाती है औरत अपने पति को अपना रूप दिखाती है और उसे उस रात की बात याद दिलाती है यह सुनकर बुरी आत्मा का पति कहता है मुझे माफ कर दो मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है मैं लालची में आ गया था मगर वह आत्मा फिर से रानी के शरीर में चली जाती है और अपने पति को गर्दन से पकड़कर बर्फीली पहाड़ी के नीचे गिरा देती है और इस तरह उस आत्मा का बदला पूरा हो जाता है और उसे मोक्ष प्राप्त हो जाता है फिर राम और रानी खुशी खुशी शिमला से अपने घर वापस आ जाते हैं
राम को डराने के लिए आवाज और भी जोर जोर से आने लगती है हा हा हा हा हा हा...... फिर जैसे ही राम पीछे मुड़कर देखता है तो उसकी आंखें फटी की फटी रह जाती है रानी अपने हाथों के बल उल्टा चल रही होती है रानी के मुंह पर खून ही खून लगा होता है बुरी आत्मा रानी के जिस्म पर पूरी तरह से कब्जा कर लेती है और अपना पूरा रूप दिखाती है रामजी देख कर डर जाता है और रानी को कहता है कि ऐसा मत करो मुझे डर लग रहा है प्लीज सीधी हो जाऊं जय मां सुनकर रानी के अंदर की आत्मा बोलती है कि मैं तो बिल्कुल सीधी सादी हूं और तुम्हें भी ऐसा बना दूंगी एकदम सीधा और यह बोलकर रानी दीवार के ऊपर चिपक जाती है यह सब देखकर राम एकदम हक्का-बक्का रह जाता है और वहां से भाग जाता है
और जोर जोर से कहता है बजाओ बजाओ मेरी पत्नी चुड़ैल बन गई है और राम भागने लगता है राम को भागता देख रानी भी उसके पीछे पीछे चली आती है राम भागते भागते होटल के बाहर सड़क पर चला आता है बाहर एकदम सन्नाटा छाया होता है और बाहर बर्फ गिर गई होती है और तेज तेज हवाएं चल रही होती है और राम भागते भागते उसे खूनी आत्मा की गुफा में चला जाता है और एक बड़े से पत्थर के पीछे छिप जाता है और इतने में ही राम के पीछे पीछे रानी भी वहां पर आ जाती है और रानी के अंदर बुरी आत्मा कहती है बाहर आ कहां पर छुप कर बैठा है मगर राम डर के मारे वहां पर ही बैठा रहता और रानी अचानक उड़ने लगती है और उसी जगह पर जाकर
चिपका जाती है जहां पर राम बैठा होता है फिर राम उससे पूछता है कि मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है जो तुम मुझे मारना चाहती हो फिर वह बुरी आत्मा और अपने बारे में बताती है कि मेरी भी नई नई शादी हुई थी और मेरे पति ने पैसों की लालच के लिए मुझे शिमला हनीमून पर लॉकर इस गुफा में मार डाला था और मुझे तब से उससे बदला लेना है तभी राम उसे कहता है की जिस तरह की भी सहायता तुम मुझसे चाहती हो मैं तुम्हारी सहायता करूंगा मगर तुम हम दोनों को छोड़ दोगे आत्मा कहती है कि मुझे मोक्ष चाहिए जो कि मेरा बदला पूरा होने के बाद ही मुझे मिलेगा फिर राम कहता है ठीक है मुझे अपने पति की फोटो दिखाओ और एक हफ्ते का वक्त दो मैं तुम्हारी मदद करूंगा
फिर रानी के अंदर घुसी आत्मा अपने पति की फोटो राम को देती है और राम उसके पति की तलाश में निकल जाता है फिर एक दिन राम उसके पति को ढूंढ कर बड़ी मुश्किलों से उसे उसी गुफा में ले जाता है और उस दिन अमावस्या की रात होती है पूरे बादल काले होते हैं तेज हवाएं चलने लगती है और जोर से बारिश होने लगती है तभी रानी के अंदर घुसी आत्मा अपने भयंकर रूप में बाहर आ जाती है और वह छत पर उल्टा चलने लगती है और इतने में बुरी आत्मा का पति राम से कहता है कि यह मुझे कहां ले आई इतने में ही राम उसे कहता है तुम बिल्कुल सही जगह पर आए हो जरा पीछे मुड़कर देखो बुरी आत्मा का पति जैसे ही पीछे मुड़कर देखता है एकदम से डर जाता है
तभी वह खूनी आत्मा रानी का जिस्म छोड़कर अपने असली रूप में आ जाती है औरत अपने पति को अपना रूप दिखाती है और उसे उस रात की बात याद दिलाती है यह सुनकर बुरी आत्मा का पति कहता है मुझे माफ कर दो मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है मैं लालची में आ गया था मगर वह आत्मा फिर से रानी के शरीर में चली जाती है और अपने पति को गर्दन से पकड़कर बर्फीली पहाड़ी के नीचे गिरा देती है और इस तरह उस आत्मा का बदला पूरा हो जाता है और उसे मोक्ष प्राप्त हो जाता है फिर राम और रानी खुशी खुशी शिमला से अपने घर वापस आ जाते हैं
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